What is computer? (कंप्यूटर क्या है?)
Computer Tutorials Live आज आपके लिए लेकर आया है Computer की परिभाषा “What is Computer?” तो चलिए शुरू करते है Computer के बारे में पढना |
Computer एक electronic device है जिसका प्रयोग गणना करने के लिए किया जाता है | ये एक programming machine है | जिसका उपयोग से user data और information को एक जगह एकत्रित करके उसका विश्लेषण करता है और रिपोर्ट जेनरेट करके प्रदान करता है | Computer हमारे जीवन का आधार बन गया है | Computer के बिना अब जीवन की कल्पना करना अधुरा लगता है | हमारे दैनिक जीवन के बहुत से कार्य हमारा Computer करता है | लेकिन Computer के बारे में बहुत ही कम लोग जानते है “What is Computer?”, Definition of Computer (कंप्यूटर की परिभाषा), Types of Computer (कंप्यूटर के प्रकार), Generation of Computer (कंप्यूटर की जनरेशन) इत्यादि के बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिए |
Computer हमारे जीवन का एक आधार बन गया है आज के इस युग में Computer का इस्तेमाल हर एक क्षेत्र में हो रहा है | जिसके द्वारा घंटों का काम हम चंद मिनटों में कर सकते है | Computer के बारे में सभी प्रकार के प्रश्नों के उत्तर देने के लिए आज हमने ये article लिखा है जो Computer के बारे में विस्तृत जानकारी आपको प्रदान करता है | इस article में “What is Computer?” से लेकर Computer कैसे कार्य करता है तक सब कुछ बताया गया है |
यहाँ आपको History of Computer के बारे में भी जानकारी मिलेगी |
What is Computer?
आम भाषा में Computer एक electronic device व् एक सवचालित machine है | Computer शब्द Latin भाषा के शब्द “Compute” से लिया गया है | जिसका मतलब है “To Calculate” अथार्त गणना करना | Computer यूजर के द्वारा दिए गये instructions का पालन करता है और user के द्वारा दिए गये instructions को प्रोसेस करके उसके अनुसार परिणाम उत्त्पन्न करता है | Computer डाटा को process करने और उसको store करने की क्षमता रखता है |
“Computer” किसी भी यूजर द्वारा दिए गये input data को process करने के बाद उसका रिजल्ट स्क्रीन पर दिखता है या printer पर प्रिंट कर देता है |
Computer का अविष्कार एक कैलकुलेटर यानी गणना करने के लिए किया गया था | दुनिया का सबसे पहला कैलकुलेटर ABACUS था जिसको 16वीं शताब्दी में बनाया गया था और इसका अविष्कार चाइना में हुआ था | ABACUS का उपयोग गणना करने के लिए किया जाता था |
Computer को दो भागों में विभाजित किया जाता है :-
- Hardware
- Software
Computer हार्डवेयर को चार भागों में बांटा जा सकता है | उसका विवरण नीचे दिया गया है |
What is Computer Hardware?
Computer का वो भाग जिसको छुआ जा सकता है हार्डवेयर कहलाता है | ये भाग Computer के peripheral device भी कहलाते है | Computer Hardware को निम्नलिखित भागों में बांटा जा सकता है | Computer Hardware डिवाइस को देखा, स्पर्श और महसूस किया जा सकता है |
Computer Hardware Parts:
- Input Devices
- Processing Devices
- Storage Devices
- Output Devices
Computer Input Devices
- Keyboard
- Mouse
- Light Pen
- Joystick
- Scanner
Computer Processing Devices:
- CPU
- ALU (Arithmetic Logic Unit)
- CU (Control Unit)
Computer Storage Devices:
- HDD (Hard Disk Drive)
- FDD (Floppy Disk Drive)
- PD (Pen Drive)
- CD (Compact Disk)
- DVD (Digital Versatile Disk)
What is Computer Software?
Computer का वह भाग जिसको सिर्फ देखा जा सकता है छुआ नहीं जा सकता software कहलाता है | Computer Software को दो भागों में बांटा जा सकता है |
- System Software
- Application Software
Computer के System Software को दुसरे नामों से भी जाना जाता है | System Software को Operating System या Window के नाम से भी जाना जाता है | Computer में Operating System का होना बहुत आवश्यक है | Computer सभी एक्टिविटीज और Computer चालु और बंद करने में operating system की अहम् भूमिका होती है | सॉफ्टवेयर प्रोग्रामिंग भाषा (Programming Language) में लिखे गए निर्देशों (Instructions) का एक समूह होता है, जो प्रोग्रामों (Programs) का एक सेट है जो कंप्यूटर सिस्टम के कार्यों को नियंत्रित करता है
और कंप्यूटर के विभिन्न हार्डवेयरों के बीच समन्वय स्थापित करता है ताकि किसी विशेष कार्य को पूरा किया जा सके। सिस्टम सॉफ्टवेर या ऑपरेटिंग सिस्टम सॉफ्टवेर ये विंडोज का ही दूसरा नाम है |
System Software के साथ में Application Software भी उतना ही महत्वपूर्ण है जितना की Operating System. Application Software के उपयोग से Computer में सभी कार्य किये जाते है | इसलिए Computer को चालु करने, बंद करने और उसकी सभी एक्टिविटी को सुचारू रूप से चलने के लिए System Software का प्रयोग किया जाता है वहीँ Application Software के इस्तेमाल से computer से कोई भी काम करवाया जा सकता है | “What is Computer?” article में आपने अभी तक कंप्यूटर के बारे में Definition of Computer, Parts of Computer, Computer Hardware, Computer Software के बारे में जान लिया है | चलिए Computer के बारे में कुछ महतवपूर्ण बातें और जानते है |
Full form of Computer:
C = Common
O = Operating
M = Machine
P = Particularly
U = Used for
T = Technology
E = Education &
R = Research
Definition of Computer (कंप्यूटर की परिभाषा):
ऊपर दी गयी जानकारी को पढ़ कर आप Computer की definition (परिभाषा) बता सकते है | Computer एक स्वचालित machine है जो unprocessed data को ग्रहण करती है और user के द्वारा दिए गये instructions पर कार्य करके मनचाहा रिजल्ट प्रदान करती है |
Computer एक ऐसा electronic यंत्र है जो user के द्वारा आंकड़े प्राप्त करता है उस उनको यूजर के हिसाब से व्यवस्थित तो करता ही है उसके साथ उन आंकड़ों से सम्बंधित गणना (Arithmetic & Logical Functions) को कुछ ही सेकंड्स में पूरा भी कर देता है |
Characteristics of Computer ( कंप्यूटर के विशेष गुण):
अभी हमने “What is Computer?”, Parts of Computer, Hardware, Software, Full Form of Computer और Definition of Computer (कंप्यूटर की परिभाषा) के बारे में विस्तार से जाना है | अब हम Computer के कुछ विशेष गुणों के बारे में भी जान लेते है |
Few Characteristics of Computer:
- Accuracy (शुद्धता): Computer के मशीन है यह सभी जानते है और कंप्यूटर कभी अपने आप कार्य नहीं करता है | कंप्यूटर को इंस्ट्रक्शन किसी व्यक्ति विशेष से मिलती है | अंत: कंप्यूटर कभी भी त्रुटी नहीं करता है कंप्यूटर पर कार्य करने वाला व्यक्ति ही त्रुटी करता है या फिर कंप्यूटर के सॉफ्टवेर डिजाईन में कोई त्रुटी हो तो कंप्यूटर गलती कर सकता है |
- Reliability (विश्वसनीयता): Computer के द्वारा प्रदान किये गये रिजल्ट एक दम सटीक और शुद्ध होते है | Computer के द्वारा की गयी गणना और information में किसी प्रकार की कोई त्रुटी नहीं होती है | कंप्यूटर की मेमोरी में स्टोर किये गये आंकड़े वर्षों बाद भी वही रिजल्ट दिखाते है जो रिजल्ट आज दिखा रहे है | इसलिए कंप्यूटर की विश्वसनीयता अधिक होती है | इसलिए हम कंप्यूटर से प्राप्त आंकड़ों पर विश्वास कर लेते है |
- Speed (गति): Speed में कंप्यूटर का मुकाबला करना मुश्किल है | Computer तीव्र गति से कार्य करने वाली एक स्वचालित मशीन है जो कुछ ही मिनटों में इतना कार्य कर सकती है जिसको मनुष्य अपने हाथों से करे तो उसको महीनों और सालों लग सकते है | कंप्यूटर जटिल से जटिल समस्या को तीव्र गति से पूर्ण करने की क्षमता रखता है |
- Automation (स्वचालन): कंप्यूटर एक स्वचालित मशीन है | कंप्यूटर की मेमोरी में प्रोग्राम को लोड करवाया जाता है | एक बार प्रोग्राम लोड हो जाने के बाद प्रोग्राम के खत्म होने तक कंप्यूटर अपने आप काम करता रहता है |
- Versatility (विभिन्नता): कंप्यूटर का अविष्कार सिर्फ गणना करने के लिए किया गया था | लेकिन कंप्यूटर उस से कहीं अधिक आगे निकल आया है | अब गणना करने के अलावा इसका इस्तेमाल एंटरटेनमेंट (मनोरंजन करने में) जैसे मूवी देखना, विडियो गेम्स खेलना, सॉफ्टवेर डेवेलोप करना, मौसम की पूर्वानुमान लगाना इत्यादि कार्यों के लिए किया जाता है |
- No Intelligence (समरण शक्ति की कमी): कंप्यूटर के पास अपनी कोई समरण शक्ति नहीं है | वह कंप्यूटर में फीड किये गये सॉफ्टवेर और प्रोग्राम की सहायता से कार्य करता है | इसलिए कंप्यूटर मनुष्य से भी अधिक develop हो जाने के बाद भी सोचने, समझने और कार्य करने में असमर्थ है | कंप्यूटर आज के समय में जो भी कार्य कर पाता है उसके पीछे बहुत से वैज्ञानिकों की मेहनत का नतीजा है | वैज्ञानिकों ने अपने अनुभव और ज्ञान को सॉफ्टवेर के रूप में ढाल कर उसको कंप्यूटर में इनस्टॉल कर दिया है |
- Amazing Memory (अद्धभुत स्मृति): Computer में दो तरह की मेमोरी होती है | Primary और Seconday. जिनकी सहायता से कंप्यूटर कार्य करता है | कंप्यूटर के पास गजब की मेमोरी है | जिसके द्वारा आज कोई फाइल या कोई डाटा अगर कंप्यूटर में फीड कर दिया जाये और सालों बाद भी अगर उस फाइल या डाटा की जरुरत हो तो कंप्यूटर हमें वो डाटा प्रदान कर सकता है | कंप्यूटर मेमोरी के बारे में विस्तार से जानकारी हम आगे आने वाली पोस्ट में देंगे | What is Computer Memory and its types?
- Vast Storage Capacity ( विशाल भंडारण क्षमता): कंप्यूटर की भण्डारण क्षमता असीमित है और जरुरत पड़ने पर इसको बढाया भी जा सकता है | Computer की Storge Capacity इतनी विशाल है की इसकी छोटी सी मेमोरी सेल में लाखों करैक्टर को सुरक्षित रखा जा सकता है | कंप्यूटर किसी भी फाइल को (Photo, Video, Data Files, Programs, Software etc. ) अपने पास संरक्षित रख सकता है | और जरुरत पड़ने पर इसको कुछ से सेकंड्स में पुन: प्राप्त किया जा सकता है |
- Diligence (परिश्रमी): मनुष्य काम करके थक सकता है लेकिन कंप्यूटर नहीं | कंप्यूटर बिना विश्राम किये घंटों, दिनों महीनो और सालों काम कर सकता है | कंप्यूटर एक दास की तरह है जो बिना थके, बिना किसी भेद भाव के और बिना गलती किया लगातार काम कर सकता है |
- No Feelings (भावनाहीन): कंप्यूटर के कार्य करने की क्षमता को देख कर लगता है की कंप्यूटर सोचने समझने की क्षमता रखने वाला एक यंत्र है | लेकिन कंप्यूटर के पास कोई अपना दिमाग नहीं होता है | कंप्यूटर एक उपकण होने के कारण इसमें किसी तरह की कोई भावनाएं नहीं होती है |
Computer के कार्य करने की प्रक्रिया:
- कंप्यूटर यूजर से आंकड़े प्राप्त करता है |
- यूजर से प्राप्त किये गये आंकड़ों पर कार्य करके परिणाम उत्पन्न करता है |
- यूजर से निर्देश भी प्राप्त करता है |
- यूजर के द्वारा दिए गये निर्देशों के अनुसार आंकड़ों को सुचना में परिवर्तित करता है |
- आंकड़ों को सुचना में परिवर्तित करके परिणामों को output के रूप में monitor पर दिखता है |
What is Computer? के बारे में पढने के बाद हम आपको कंप्यूटर के मुख्य भागों के बारे में बताने जा रहे है | जिनको पढने के बाद आपके दिमाग में कंप्यूटर के बारे में जो छवि है वो साफ़ हो जाएगी | अब हम आपको कंप्यूटर के मुख्य कंपोनेंट्स के बारे में बताने जा रहे है |
Components of Computer:
Computer बहुत से components से मिलकर बने होते है | इन्हीं कंपोनेंट्स से हमारा कंप्यूटर काम करता है | इन कंपोनेंट्स और उनके बारे में जान लेने से कंप्यूटर पर कार्य करने में आसानी रहती है | नीचे कंप्यूटर और उसके मुख्य components के बारे में बताया जा रहा है |
Monitor:
मॉनिटर एक आउटपुट डिवाइस है जो कंप्यूटर का एक मुख्य कॉम्पोनेन्ट है | मॉनिटर के बिना कंप्यूटर की कोई भी कार्यविधि दिखाई नहीं देती है | इसलिए मॉनिटर को कंप्यूटर के एक अभिन्नअंग माना गया है |
Cabinet:
कंप्यूटर का वह भाग जिसमें कंप्यूटर के सभी मुख्य Components सुरक्षित रहते है उसको कैबिनेट कहा जाता है | Computer के cabinet में Motherboard, CPU, RAM, ROM, Cache Memory, Cooling Fan, SMPS (Switch Mode Power Supply), Hard Disk Drive, Floppy Disk Drive, USB (Universal Serial Port, HDMI Port, VGA Port, LAN Port, CD-ROM, DVD ROM, Power Cables and Start Button इत्यादि चीजें लगी होती है | Cabinet कंप्यूटर के अंदरूनी भागों को धुल मिट्टी व् अन्य चीजों से बचाता है |
Motherboard:
कंप्यूटर के main बोर्ड को motherboard कहा जाता है | इसका दूसरा नाम circuit board है | जिसका मुख्य कार्य डाटा और इंस्ट्रक्शन (निर्देशों) को एक जगह से दूसरी जगह भेजना होता है | Motherboard पर बनी पतली लाइन्स को Data Bus कहा जाता है | जिनसे होकर Data और Instructions ट्रान्सफर होती है | Motherboard / Circuit Board एक ग्रीन कलर की पतला प्लेट जैसा होता है |
जिस पर Computer के दुसरे components जुड़े होते है | Motherboard पर CPU (Central Processing Unit) लगा होता है | Motherboard पर ही RAM and ROM (Random Access Memory और Read Only Memory) दोनों लगे होते है | Motherboard को काम करवाने के लिए पॉवर सप्लाई के साथ इसको जोड़ा जाता है | कंप्यूटर के सभी कंपोनेंट्स Motherboard से directly जुड़े होते है | Computer user के हिसाब से motherboard की बनावट अलग अलग हो सकती है |
CPU ( Central Processing Unit)
CPU ( Central Processing Unit) / Processor: CPU यानि Central Processing Unit कंप्यूटर का मुख्य भाग है | इसको कंप्यूटर का दिमाग कहा जाता है जहाँ पर सभी सूचनाओ का विश्लेष्ण होता है | CPU एक 40 पिन वाली एक चिप होती है जिसको कंप्यूटर के Motherboard पर लगाया जाता है | Processor की स्पीड जितनी ज्यादा होती उतनी स्पीड से वो सुचना को प्रोसेस करेगा | CPU की स्पीड को GHz (Gigahertz) में मापा जाता है |
RAM:
Random Access Memory क्या होती है और RAM के क्या कार्य है? आईये RAM के बारे में विस्तार से जानते है | RAM हमारे कंप्यूटर की अस्थायी मेमोरी होती है | इसको प्राथमिक मेमोरी भी कहा जाता है | RAM मेमोरी का इस्तेमाल कंप्यूटर में temporary डाटा को सेव करने के लिए किया जाता है |
कंप्यूटर के कार्य करते समय चल रहे प्रोग्राम और प्रोसेस किये गये डाटा का रिजल्ट (परिणाम) कुछ समय के लिए RAM में सेव किया जाता है | कंप्यूटर के शुरूआती दिनों में RAM का साइज़ 128 MB, 256 MB, 512 MB, 1 GB, 2 GB, 4GB तक था | लेकिन अभी 12th जनरेशन में कंप्यूटर की RAM के साइज़ में वृद्धि हुयी है | अब 8 GB, 16 GB, 32 GB तक RAM का इस्तेमाल किया जाता है |
RAM की प्रकृति volatile होती है | जैसे से कंप्यूटर के चलते समय अगर बंद कर दिया जाये तो सारा डाटा डिलीट हो जायेगा | इसलिए आप कोई भी फाइल बना रहे है तो कंप्यूटर को बंद करने से पहले उसको सेव करना जरुरी होता है | इसलिए कंप्यूटर पर काम करते समय अपनी फाइल को बीच बीच में सेव करते रहें ताकि आपका डाटा या इनफार्मेशन कंप्यूटर की हार्ड डिस्क ड्राइव में सेव हो सके | इस इनफार्मेशन को आप बाद में भी एक्सेस कर सकते है |
ROM ( Read Only Memory):
Read Only Memory क्या होती है? इसके विभिन्न प्रकार कौन से है? ROM जिसको read only memory भी कहा जाता है | कंप्यूटर की मुख्य मेमोरी में से एक है | जिसका प्रयोग कंप्यूटर को स्टार्ट करने में किया जाता है | ROM में वो प्रोग्राम स्टोर किये जाते है जो कंप्यूटर को स्टार्ट करने में सहायक होते है |
ROM में लिखे गये प्रोग्राम को डिलीट करना मुस्किल होता है | कंप्यूटर के चलते समय अगर बिजली चली जाये तो भी ROM में रखे गये प्रोग्राम डिलीट नहीं होते है | ROM में programs मेनुफेक्टुरिंग (कंप्यूटर बनाने वाली कंपनियां) रखती है | ROM हमारे कंप्यूटर के उन सभी कंपोनेंट्स का देख रेख करती है जो हमारे कंप्यूटर से जुड़ें होते है |
Hard Disk Drive ( HDD):
Hard Disk Drive हमारे कंप्यूटर की सबसे बड़ी स्टोरेज होती है | जिसमे हमारे कंप्यूटर का बहुत सा डाटा स्टोर रहता है | Hard Disk Drive को Secondary Memory भी कहा जाता है | हमारे कंप्यूटर पर काम करते समय अगर बिजली चली जाती है तो भी हार्ड डिस्क में रखी गयी सुचना को कोई नुकसान नहीं होता है |
Hard Disk Drive की बाहरी बनावट एक आयताकार चकोर मेटल डिस्क जैसी होती है | Hard Disk Drive की अंदरूनी बनावट में एल्युमीनियम की डिस्क लगी होती है | इसमें single disk या multiple disk भी हो सकती है | इन डिस्क को घुमाने के लिए एक स्पिंडल मोटर लगी होती है | जो एक मिनट में 7200 चक्र लगा सकती है |
Power Supply: कंप्यूटर को चलने के लिए इलेक्ट्रिसिटी की जरुरत होती है | लेकिन Computer 240 volt पर नहीं चल सकता है | Computer को चलाने के लिए DC 8 Volt की आवश्यकता होती है | इसलिए कंप्यूटर में पॉवर सप्लाई के लिए SMPS का इस्तेमाल किया जाता है | जो कंप्यूटर के कैबिनेट में लगा होता है |
इसलिए computer के motherboard को power supply SMPS से की जाती है | कंप्यूटर को 8 volt की सप्लाई देने के लिए डायोड से एक रेक्टिफायर का इस्तेमाल होता है | Computer की Power Supply Unit कंप्यूटर के अलग अलग कॉम्पोनेन्ट को उनकी जरुरत के हिसाब से पॉवर की सप्लाई करती है |
Types of Computer (कंप्यूटर के प्रकार):
कंप्यूटर एक electronic device है ये कई प्रकार के होते है | लेकिन computer के नाम सुनते ही सभी के दिमाग में एक ही तस्वीर बनती है जिसको नाम personal computer है | लेकिन कंप्यूटर को उनके Shape, Size, और Processing के हिसाब से अलग अलग श्रेणी में रखा जाता है |
कुछ कंप्यूटर अत्यधिक तेज गति से कार्य करते है और इनका आकार भी बहुत बड़ा होता है | ऐसे कंप्यूटर की वास्तविक कीमत कहीं अधिक होती है | जिसके कारण आम आदमी इसको नहीं खरीद सकता है | इन कंप्यूटरों के रख-रखो और देख-रेख का खर्चा भी बहुत होता है | लोग अपनी जरुरत की हिसाब से कंप्यूटर खरीदते है |
Similarity Between Computer and Human ( कंप्यूटर और मानव के बीचे में समानता)
- Computer मानव की तुलना में ज्यादा तेज गति से गणनाएं कर सकता है | मनुष्य के लिए ऐसा कर पाना संभव नहीं है |
- Computer बिना थके लगातार काम करने के लिए बने होते है वहीँ मनुष्य थकन के कारण लम्बे समय तक कार्य नहीं कर सकते |
- Computer की बुद्धि सिमित होती है वहीँ मनुष्य उस से कहीं अधिक सोच सकता है |
- कंप्यूटर में कुछ भी नया सिखने की क़ाबलियत नहीं है वह पूरी तरह से मानव पर निर्भर करता है | कंप्यूटर को कुछ भी नया सिखाने के लिए उसके सॉफ्टवेर को अपग्रेड करने की जरुरत होती है वहीँ मनुष्य खुद से पढ़ कर कुछ भी नया सिख सकता है और अपने अनुभव में वृद्धि कर सकता है |
- मनुष्य अपने आपको बदलते परिवेश के अनुसार अपने आपको ढाल सकता है और कुछ नये आयाम खोज सकता है | वहीँ कंप्यूटर ऐसा कुछ नहीं कर सकता है |
- कंप्यूटर में काल्पनिक बुद्धि होती है लेकिन मानव में स्वाभाविक बुद्धि होती है |
Use of Computer (कंप्यूटर का उपयोग):
अगर कंप्यूटर के उपयोग को देखा जाये तो आज के समय में कोई ऐसा क्षेत्र नहीं है जहाँ पर कंप्यूटर न पहुंचा हो | दुनिया के लगभग सभी कार्यों को कंप्यूटर के द्वारा ही संचालित किया जा रहा है | कंप्यूटर के कार्य करने की शक्ति, तीव्रता और विश्वनीय परिणामों के कर्ण कंप्यूटर का उपयोग बी बढ़ा है |
ऐसे कार्य जिनको अकेले व्यक्ति के द्वारा कर पाना मुश्किल होता था अब उसको कंप्यूटर के द्वारा बड़ी आसानी से किया जा रहा है | कंप्यूटर के लिए बनाये गये बहुत से सॉफ्टवेर जिनके पैसों का लें दें, व्यापार के खातों का रख-रखाव और भी बहुत से कार्य कंप्यूटर के द्वारा किया जा रहे है |
कंप्यूटर को बनाने का श्रेय “Charles Babbage” को जाता है जिन्होंने अपने जीवन का कीमती समय कंप्यूटर को बनाने में लगा दिया |
History of Computer ( कंप्यूटर का इतिहास):
Computer की खोज व् विकास का इतिहास लगभग 2500 साल पुराना है | कंप्यूटर का अविष्कार calculator से हुआ है | 16वी. शताब्दी में ABACUS नाम से एक कैलकुलेटर बना जिसको चीन ने बनाया था | ये एक मैकेनिकल कैलकुलेटर था | जिसमे लकड़ी का एक फ्रेम बना हुआ था |
आधुनिक कंप्यूटर को बनाने का श्रेय Charles Babbage को जाता है | क्यूंकि Charles Babbage ने सबसे पहले “Differene Engine” नाम से कैलकुलेटर का अविष्कार किया था | जिसको 1821 ई. में बनाना शुरू किया गया और 1832 ई. में पूरा किया गया था |
इसके बाद Charles Babbage ने “Analytical Engine” नाम से एक कंप्यूटर बनाना चाहा लेकिन उसको पूरा नहीं कर पाए |
Generation of Computer (कंप्यूटर की पीढियां)
आधुनिक Computer का विकास 70 साल पुराना है | लेकिन जैसे जैसे समय बीतता गया वैसे वैसे कंप्यूटर और उसकी तकनीक में बहुत से बदलाव हुए | इन बदलाव को एक दशक के रूप में देखा गया | एक दशक में कंप्यूटर के हार्डवेयर और सॉफ्टवेर में हुए बदलाव को जनरेशन का नाम दिया गया |
क्रम | पीढ़ी | समय | तकनीक |
1 | First Generation | 1942-1955 | Vacuum Tube |
2 | Second Generation | 1955-1964 | Transistor |
3 | Third Generation | 1964-1975 | IC (Integrated Circuit) |
4 | Fouth Generation | 1975-1990 | VLSI |
5 | Fifth Generation | 1990 से अब तक | ULSIC With AI |
What is personal computer?
अभी आप कंप्यूटर के बारे में अच्छे से जान गये है | कंप्यूटर एक electronic युक्ति है | जिसका कार्य यूजर से इनपुट में डाटा लेना और उसको प्रोसेस करके मनचाही आउटपुट प्रदान करना है | फिर अपने मस्तिष्क में सवाल आता है “What is Personal Computer?”
तो आपको बता दें की “Personal Computer” PC शब्द का पूर्ण नाम है | वर्तमान समय में किसी के घर में, ऑफिस में लगे कंप्यूटर को ही peronal computer यानि PC कहा जाता है |
इन कंप्यूटरों में माइक्रो प्रोसेसर का इस्तेमाल किया जाता है | माइक्रो प्रोसेसर पर एक समय में एक ही यूजर काम कर सकता है | इसको सिंगल यूजर प्रोसेसर भी कहा जाता है | Micro Computer भी Personal Computer होता है |
MCQ Questions of Computer for all Students:
- What is Computer?
कंप्यूटर क्या है ?
a. Electric Device
इलेक्ट्रिक डिवाइस
b. Electronic Device
इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस
c. Civil Device
सिविल डिवाइस
d. Mechanical Device
मैकेनिकल डिवाइस - Set of Instructions is called _______.
इंस्ट्रक्शन के सेट को ________________ कहा जाता है
a. Calculation
कैलकुलेशन
b. Programs
प्रोग्राम
c. Computer
कंप्यूटर
d. CPU
सी.पी.यूं. - Computer can be divided in __ parts.
कंप्यूटर को __ भागों में बांटा जाता है |
a. Two, Hardware and Software
दो, हार्डवेयर और सॉफ्टवेर
b. Three, Operating System, Programs and Software
तीन, ऑपरेटिंग सिस्टम, प्रोग्राम और सॉफ्टवेर
c. Two, Programs and Hardware
दो, प्रोग्राम और हार्डवेयर
d. None of these
इनमें से कोई नहीं - First calculator was _________
a. ENIAC
b. UNIVAC
c. ABACUS
d. None of these - Full form of CPU is __
a. Control Processing Unit
कण्ट्रोल प्रोसेसिंग यूनिट
b. Control Processor Unit
कण्ट्रोल प्रोसेसर यूनिट
c. Central Programming Unit
सेंट्रल प्रोग्रामिंग यूनिट
d. Central Processing Unit
सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट
अभी हमने कंप्यूटर के बारे में “What is Computer?”, Definition of Computer, “What is Computer hardware?”, What is Computer Software?” Full form of Computer, Few Characteristics of Computer के बारे में जाना | आपको हमारी ये पोस्ट “What is Computer?” कैसी लगी | “What is Computer?” के प्रतिउत्तर में अपना जवाब हमें कमेंट बॉक्स में जरुर लिखें |
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